कैंसर कोशिकाओं यानी सेल्स में होने वाली प्रॉब्लम है । कैंसर कही भी हो सकता है, शरीर के किसी भी हिस्से में । कम से कम १०० प्रकार के कैंसर शरीर में हो सकते है । लिवर , गुर्दे, स्तन , फेफड़े , हड्डियां- कैंसर कही भी हो सकता है । हमारा शरीर सेल्स का बना है । इन सेल्स के अंदर जीन्स होते है । इन जीन्स मैं कुछ प्रॉब्लम हो जाये तो कैंसर हो सकता है । उम्र के साथ जीन्स और सेल्स में खराबी आने लगती है । इसी से कैंसर उत्पन्न होता है । बढ़ती उम्र के अलावा कुछ रिस्क फैक्टर्स से यह दिक्कत ज्यादा हो सकती है। कुछ ऐसे रिस्क फैक्टर्स है जो सेल्स को ज्यादा हानि पंहुचा सकते है जैसे की तम्बाकू, शराब , मोटापा , प्रदूषण , लाल मांस , प्रोसेस्ड मांस , एस्बेस्टोस , कुछ प्रकार की गर्भनिरोधक गोलियां इत्यादि।
जब किसी सेल या कोशिका में कैंसर बनने लगता है तो सेल की संख्याअसामान्य रूप से बढ़ने लगती है । इसकी वजह से गांठ बनाने लगती है या फिर घाव बनने लगता है। यह गाठे काफी नुकसानदायक होती है। एक तो यह शरीर के बाकि हिस्से में फ़ैल जाती है। दूसरा , यह जहा बनती है
वहां के अंगो को भी काम नहीं करने देती है । जैसे , अगर यह फेफड़े में बने तो धीरे धीरे यह पूरे फेफड़े में फ़ैल जाती है जिससे फेफड़े काम करना बंद कर देते है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है । तीसरा , यह जब बढ़ती है तो जो आहार शरीर में सामान्य कार्यप्रणाली बनाये रखने के लिए चाहिए ,वो कैंसर बढ़ने के लिए प्रयोग होने लगती है, जिससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है , शरीर कमजोर हो जाता है और वजन भी काम होने लगता है ।
कैंसर का समय रहते पता चल जाये तो पूरा इलाज संभव है। इसीलिए जानकारी रखना जरुरी है।