Hand-foot syndrome or Hand-to-foot syndrome is a side effect that can cause redness, swelling, pain, or an Itching sensation on the palms of the hands and soles of the feet which can occur with several types of Chemotherapy Injections or Drugs used to treat cancer. Few Examples of I/V Chemotherapy and Oral Chemotherapy Drugs which can cause Hand-foot syndrome are as follows:
• I/V Chemotherapy Drugs - Inj. 5-Fluorouracil (5FU), Continuous infusion of Inj. Doxorubicin, Inj. Docetaxel, Inj. Paclitaxel and high dose of Interleukin-2.
• Oral Chemotherapy Drugs – Lenvatinib, Cabozantinib, Capecitabine, Axitinib, Pazopanib, and others.
Symptoms of Hand & Foot Syndrome
These are the few symptoms of hand-foot syndrome which can be mild or moderate if not get proper treatment of it.
1. Redness overhand or feet: - Redness is the common symptom of hand-foot syndrome which is similar to a sunburn.
2. Inflammation with pain: - People have inflammation in their hands or feet and also have pain in it.
3. Tingling or Burning: - If a tingling and burning feeling develops in hands or feet.
4. Ulcers or Sores: - Developing of Ulcers and sores in hands or feet which can lead to mild discomfort to painful sensation on hands or feet.
5. Difficulty in doing any work or usual activities: - Hand-foot Syndrome also prevents us from doing daily routine work. Like having trouble walking or difficulty picking up small things or doing any work.
Prevention
To prevent your hands and feet following tips may help:
- Avoid using hot water as much as possible while bathing or washing dishes or utensils.
- Taking of cool showers or baths.
- Cool your hands and skin but do not apply ice directly to the skin.
- Avoid exposure to the sun or other heat sources.
- Avoid activities that cause pressure or rubbing on hands or feet like Aerobics, Jogging, and Sports playing.
- Avoid contact with harmful chemicals used for household cleaning or washing detergents.
- Avoid using hard surface tools that require pressure on your hands like Knives, Screwdrivers.
- Don’t walk barefoot. Use soft slippers and loose-fitting shoes to move the air freely against your skin.
- Avoid rubbing lotions into your hands and feet. Can apply skin care creams to moisten your hands.
Treatment
The following options may help you to treat hand-foot syndrome:
- Pain Relievers: People with the hand-foot syndrome can use lidocaine (Brand name) cream over painful areas in the palms and soles to reduce pain. Can also take pain medications like Naproxen for relief in inflammation and pain. Talk to your doctor before taking any medications.
- Gently Apply Moisturizing cream containing urea, salicylic acid, or ammonium lactate to moisturize the skin.
- To reduce pain and inflammation people can also apply steroid creams like Hydrocortisone cream to the hands & feet and can also take oral steroid medicines.
- If the condition is worsening and no relief from the steroid creams and medications it is possible to stop taking chemotherapy drugs for some days or can also reduce the dosage for relief. Consult with your doctor before stopping or doing any changes in the chemotherapy treatment.
हाथ-पैर सिंड्रोम कीमोथेरेपी दवा से होने वाला एक दुष्प्रभाव हैं जिससे हाथ एवं पैरों में लालपन, सूजन,दर्द एवं खुजली की अनुभूति होती हैं। कीमोथेरेपी
दवा जो की शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को खत्म करने में सहयोग करती हैं। कीमोथेरेपी दवा जिससे की हाथ-पैर सिंड्रोम होने की संभावना हैं के
उदाहरण कुछ इस प्रकार हैं:-
- नसों में इंजेक्शन द्वारा दी जाने वाली कीमोथेरेपी दवाईयां:- - Inj.5-Flurouracil (5FU),Inj.Doxorubicin, Inj.Docetaxel, Inj.Paclitaxel तथा Inj.Interleukin-२ की अधिकतम मात्रा।
- मुँह से लेने वाली कीमोथेरेपी दवाईयां(मौखिक) :- Lenvatinib,Cabozantinib, Capecitabine, Axitinib, Pazopanib और अन्य दवाएँ।
लक्षण
हाथ-पैर सिंड्रोम के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं :-
1. हाथ एवं पैरों का लाल होना - यह हाथ एवं पैर का एक आम लक्षण हैं जो की धूप से झुलसने वाली स्थिति (Sunburn) के समान हैं।
2. दर्द के साथ सूजन - हाथ एवं पैरों में सूजन के साथ दर्द होना हाथ-पैर सिंड्रोम का मुख्य लक्षण हैं।
3. जलन और झनझनाहट - हाथ एवं पैरों में झनझनाहट का महसूस होना।
4. हाथ एवं पैरों में छाले होना - हाथ एवं पैरों में छाले होना हल्की बेचैनी और दर्दनाक संवेदना पैदा कर सकती हैं।
5. काम करने में कठिनाई होना - हाथ-पैर सिंड्रोम व्यक्ति को कोई भी काम करने से रोकता हैं या कठिनाई उत्पन्न करता हैं जैसे कि चलने में
परेशानी होना, सामान उठाने में कठिनाई होना और काम करने में भी कठिनाई होना।
बचाव
हाथ-पैर सिंड्रोम से बचने के लिए निम्नलिखित टिप्स का पालन करे –
1. गरम पानी के प्रयोग से बचे नहाते समय या बर्तन धोते समय।
2. ठंडे पानी से स्नान करे।
3. अपने हाथ एवं पैरों को ठंडा रखे लेकिन बर्फ़ सीधे त्वचा पर न लगाए।
4. धूप के संपर्क में आने से बचें।
5. ऐसी गतिविधियों से बचें जो हाथ या पैरों पर दबाव डाले जैसे की ऐरोबिक्स और जॉगिंग करना।
6. घरेलू सफाई या कपडे धोने वाले डिटर्जेंट पाउडर के संपर्क में आने से बचें क्योंकि उसमे हानिकारक रसायन होते हैं।
7. नंगे पैर न चले तथा नरम चप्पल एवं ढ़ीले जूतों का उपयोग करे जिससे की हवा स्वतंत्र रूप से त्वचा पर स्थानांतरित हो सके।
8. अपने हाथों और पैरों में लोशन का इस्तेमाल करने से बचे। हाथों को नमी प्रदान करने के लिए आप स्किन केयर क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ईलाज़
निम्नलिखित विकल्प आपके हाथ-पैर सिंड्रोम के ईलाज़ में मदद कर सकते हैं :-
१. दर्द निवारक दवाएँ एवं मलहम :- हाथ-पैर सिंड्रोम में दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप हथेलियों और तलवो पर लिडोकेन क्रीम का इस्तेमाल
कर सकते हैं। सूजन और दर्द में राहत के लिए नेप्रोक्सन(Naproxen) जैसी दर्द निवारक दवाएँ भी ले सकते हैं। कोई भी दवा लेने से पहले अपने
डॉक्टर से बात करे।
२. त्वचा को मॉइस्चराइज़ रखने के लिए आप यूरिया, सैलीसाइक्लिक एसिड या अमोनियम लैक्टेट युक्त मॉइस्चराइजिंग क्रीम का उपयोग कर
सकते हैं। क्रीम को त्वचा पर धीरे से एवं हल्के हाथों से लगाएं।
३. दर्द और सूजन को कम करने के लिए आप स्टेरॉयड क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं और मौखिक रूप से स्टेरॉयड दवाईयां भी ले सकते हैं। जैसे
की हाइड्रोकॉर्टिसोन (Hydrocortisone) क्रीम का उपयोग।
४. यदि स्थिति ख़राब हो रही हैं और स्टेरॉयड क्रीम और दवाओं से कोई राहत नहीं मिल रही हैं तो आप कुछ दिनों के लिए कीमोथेरेपी दवाएँ
लेना बंद कर सकते हैं या राहत के लिए कीमोथेरेपी दवाई की खुराक कम कर सकते हैं। कीमोथेरेपी उपचार में कोई भी परिवर्तन करने से पहले
अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करे।